Haryana Govt News Today: मनोहर लाल की घोषणा, हरियाणा में पंचायत जमीन पर बसे परिवार अब बनेंगे मालिक

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by Rajkumar Published On: April 13, 2025
Haryana Govt News Today

Haryana Govt News Today: हरियाणा में लंबे समय से पंचायत की जमीन पर रह रहे परिवारों के लिए बड़ी राहत की खबर है। केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पानीपत में एक जनसभा के दौरान घोषणा की कि ग्राम पंचायत की भूमि पर बने 500 वर्ग गज तक के मकानों में यदि कोई परिवार पिछले 20 वर्षों से रह रहा है, तो अब उन्हें मकान का मालिकाना हक दिया जाएगा।

500 गज तक की पंचायती भूमि पर रह रहे लोगों को मिलेगा हक

यह घोषणा पानीपत की गीता यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की गई, जहाँ केंद्रीय मंत्री ने गांव नौल्था, नौल्था डुगरान और आसन की पंचायतों को संबोधित किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन परिवारों के मकान ग्राम पंचायत की जमीन पर 500 वर्गगज क्षेत्रफल में बने हैं और वे कम से कम दो दशक से वहाँ रह रहे हैं, उन्हें अब स्थायी स्वामित्व का अधिकार दिया जाएगा।

गांवों में तालाबों का होगा कायाकल्प

मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारें ग्रामीण विकास को प्राथमिकता दे रही हैं। उन्होंने कहा कि गांवों के तालाबों और फिरनी का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। तालाबों में स्वच्छ जल भरा जाएगा, जिससे पशुओं के लिए पीने का पानी भी उपलब्ध होगा।

मूलभूत सुविधाएं और ई-लाइब्रेरी पर जोर

कार्यक्रम में ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं रखीं, जिनमें इसराना की नई अनाज मंडी से जुड़े रास्ते पर कट की मांग और गौशाला मार्ग सुधार शामिल थी। इस पर मंत्री ने प्राथमिकता से समाधान का भरोसा दिया। साथ ही, हरियाणा के पंचायत खनन मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने बताया कि राज्य के कई गांवों में ई-लाइब्रेरी बनाने का काम शुरू हो चुका है।

साथ ही उन्होंने बताया कि हर गांव के बाहर श्मशान घाट बनाए जाएंगे और वहाँ पक्के रास्ते, बिजली-पानी की सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी। प्रदेश भर के तालाबों के सौंदर्यीकरण पर भी विशेष फोकस किया जा रहा है।

रोहतक की यादों में लौटे मनोहर लाल

हालांकि अब वे केंद्रीय मंत्री बन चुके हैं, फिर भी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं। जब वे रोहतक पहुंचे तो हमेशा की तरह वे हुडा कॉम्प्लेक्स स्थित भाजपा के पुराने कार्यालय भी गए। वे अक्सर अपने पैतृक गांव की यादों और पुराने राजनीतिक दिनों में खो जाते हैं।

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